असली आजादी न्यूज नेटवर्क, सिलवासा 09 अप्रैल। दादरा नगर हवेली को अक्सर मिनी इंडिया कहा जाता है, क्योंकि यहां भारत के प्रत्येक राज्य का हर त्यौहार बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। ऐसे में जब पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र का सबसे धार्मिक उत्सव गुड़ी पड़वा का दिन हो और लोगों में उसको लेकर उत्साह न दिखे ऐसा हो ही नहीं सकता। दादरा नगर हवेली और दमण-दीव प्रशासन द्वारा पहले से ही इस गुड़ी पड़वा के महत्व को देखते हुए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा स्थाई रूप से की गई है। जिसके कारण सुबह से ही लोगों में गुड़ी पड़वा मानने को लेकर गजब का उत्साह देखा गया। चैत्र नव वर्ष प्रतिपदा आज के ही दिन थी और इसी दिन से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है। जिसके कारण दादरा नगर हवेली में चारों तरफ गुड़ी पड़वा और चैत्र नव प्रतिपदा को लेकर लोगों में उत्साह देखा गया। लोग तरह-तरह से अपने अंदाज में नव वर्ष एवं गुड़ी पड़वा को संस्कृति एवं पारंपरिक अनुकूलता की तरह मनाते हुए देखे गए। खासकर सिलवासा के सभी बड़े रेसिडेंशियल सोसायटी में गुड़ी पड़वा का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। मराठी समाज द्वारा इसकी संस्कृति एवं परंपरा के अनुरूप गुडी पड़वा को मनाने का अंदाज ही निराला दिखा और लोगों ने दादरा नगर हवेली को जैसे गुड़ी पड़वा के दिन महाराष्ट्र राज्य के रूप में रंग दिया और यहीं दादरा नगर हवेली की खासियत भी है कि जब किसी भी राज्य का त्यौहार और उत्सव होता है तो उसकी झलक दादरा नगर हवेली के सिलवासा शहर में दिखाई दे जाती है। इतने उत्साह के साथ कोई भी उत्सव और त्यौहार मनाया जाता है कि चाहे दक्षिण हो अथवा उत्तर-पूर्व हो अथवा उत्तर हो सभी का रंग दादरा नगर हवेली में दिखाई देता है। चैत्र नव प्रतिपदा के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसी संस्थाओं द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। सिलवासा के बहुमाली ग्राउंड पर चैत्र नवरात्र प्रतिपदा के अवसर पर पथ संचलन के साथ-साथ स्वयंसेवकों द्वारा विशेष शाखा का आयोजन किया गया, जहां पर हिंदू नव वर्ष के महत्व और उसकी विशेषताओं पर बौद्धिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।