असली आजादी न्यूज नेटवर्क, सिलवासा 28 फरवरी। संघ प्रदेश दादरा नगर हवेली और दमण-दीव पुलिस विभाग और गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने संयुक्त रुप से सायली पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में प्रदेश के वकीलों के लिए नये आपराधिक कानूनों पर जानकारी देने के लिए एक दिवसीय संवेदना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संघ प्रदेश थ्रीडी में प्रैक्टिस कर रहे लगभग 60 वकीलों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। संघ प्रदेश थ्रीडी प्रशासन के कानून सचिव जयंत पंचाल, दानह बार एसोसिएशन के उपप्रमुख पंकजभाई एवं जिला सरकारी वकील भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कानून के प्रोफेसर डॉ. अंजनी सिंह तोमर, कानून के सहायक प्रोफेसर डॉ. सायरा गोरी एवं कानून के सहायक प्रोफेसर राज किरण त्रिपाठी ने क्रमश: भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, भारतीय न्याय संहिता एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम के विषय में चर्चा की। प्रोफेसर डॉ. अंजनी सिंह तोमर एवं डॉ. सायरा गोरी मुख्य रुप से गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी गांधीनगर से आये थे। यह चर्चा मुख्य रुप से नये आपराधिक कानूनों द्वारा लाये गये फेरफार पर के्द्रिरत थी। जैसे कि तमाम अपराध की जांच में फॉरेंसिक की अनिवार्यता, नये गुनाहों को शामिल करना, इलेक्ट्रॉनिक एवं डिजिटल साक्ष्य, आपराधिक न्याय प्रणाली का डिजिटाइजेशन शामिल था। इस कार्यक्रम में शामिल सभी को गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी द्वारा संकलित नये आपराधिक कानूनों वाली हैंडबुक भी दी गयी। इस कार्यक्रम में शामिल सभी ने इस पहल की सराहना की। दानह बार एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट पंकजभाई ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए संघ प्रदेश थ्रीडी पुलिस विभाग और गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का आभार माना और भविष्य में और अधिक जानकारी के लिए आदान-प्रदान सत्र के आयोजन में गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का सहयोग करने की इच्छा भी व्यक्त की। उल्लेखनीय है कि अंग्रेजों के शासन काल के सदियों पुराने कानूनों का स्थान लेने वाले यह तीन नये कानून आगामी 1 जुलाई से अमल में आ रहे है।