असली आजादी न्यूज नेटवर्क, दमण 26 जून। प्रशासक प्रफुल पटेल के कुशल नेतृत्व में केन्द्रशासित प्रदेश दादरा नगर हवेली और दमण-दीव ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऊंची छलांग लगाई है। केन्द्रशासित प्रदेश दादरा नगर हवेली और दमण-दीव देश का पहला ऐसा प्रदेश बन गया है जिसकी सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को भारत सरकार के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (ठदअर) के अंतर्गत प्रमाणित हो गई है। 100 प्रतिशत स्वास्थ्य संस्थाओं के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक से प्रमाणित होना प्रदेश के लिए एक एतिहासिक उपलब्धि है। पीएम मोदी की हर नागरिक तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के संकल्प को साकार करते हुए प्रशासक प्रफुल पटेल ने इस केन्द्रशासित प्रदेश को इस मुकाम तक पहुंचाया है। आज केन्द्रशासित प्रदेश दादरा नगर हवेली और दमण-दीव को प्राप्त हुई इस सफलता के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र (ठऌरफउ), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के सलाहकार डॉ. जे. एन. श्रीवास्तव ने दमण पहुंचकर प्रशासक प्रफुल पटेल से मुलाकात कर इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और उन्हें सम्मानित भी किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र द्वारा प्रदेश के 02 जिला अस्पताल, 01 उप – जिला अस्पताल, 14 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 67 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (ठदअर) से प्रमाणित किया गया। यह प्रमाणन प्रशासन की स्वास्थ्य सेवाओं में उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अवसर पर प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि यह दिन प्रदेश के लिए अत्यंत गौरव का है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग प्रदेश प्रत्येक नागरिक को उत्तम स्वास्थ्य सेवाएँ देने के लिए सतत प्रयासरत है। यह उपलब्धि स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता मानकों के प्रति हमारी गंभीरता और निरंतर प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने प्रदेश के सभी स्वास्थ्य कर्मियों से इस प्रयास को बनाए रखने का आग्रह किया। गौरतलब है कि 2016 में केन्द्रशासित प्रदेश दादरा नगर हवेली और दमण-दीव की कमान संभालने के साथ प्रशासक प्रफुल पटेल ने शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य को अपनी पहली प्राथमिकता की श्रेणी में रखा था। पीएम मोदी के दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन में प्रशासक प्रफुल पटेल ने इस प्रदेश के अस्पतालों, प्राथमिक आरोग्य केन्द्रों को अद्यतन बना दिया है। इस छोटे से प्रदेश में आधुनिक मेडिकल कॉलेज, नमो सिविल अस्पताल, आयुष्मान आरोग्य केन्द्रों ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति लाने का काम किया है। प्रदेश में ई-आरोग्य सेवा के माध्यम से प्रदेश के सभी मरीजों का डेटा प्रशासन के पास उपलब्ध रहता है। कोई भी मरीज दो साल के बाद भी आरोग्य केन्द्र या अस्पताल में इलाज कराने जाता है तो एक ही क्लिक से मरीज का पूरा रिकॉर्ड कंप्यूटर में खुल जाता है। यहां बताना जरुरी है कि कोरोना काल में भी प्रशासक प्रफुल पटेल ने इस प्रदेश को अपने परिवार की तरह संभाला था। प्रदेशवासियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए केन्द्रशासित प्रदेश की बॉर्डरों को सील करने का कठोर निर्णय भी लिया था। आज प्रदेश ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो उपलब्धि हासिल की है इसके पीछे प्रशासक प्रफुल पटेल की उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की जिद को ही जानकार वजह मान रहे है।