असली आजादी न्यूज नेटवर्क, दमण 16 दिसंबर। मार्गशीर्ष माह में आद्र्रा नक्षत्र का दिन शिव पूजा के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। इस दिन व्रत और शिव पूजा करने से व्यक्ति को 1000 महाशिवरात्रि का पुण्य लाभ प्राप्त होता है। 16 दिसंबर 2024 को मार्गशीर्ष माह आद्र्रा नक्षत्र और सोमवार दिन का दुर्लभ संयोग पर दाभेल के युवाओं ने श्री सोमनाथ महादेव मंदिर में 1111 दीप प्रज्जवलित करके भगवान शिव की आराधना की। इस अवसर पर संघ प्रदेश थ्रीडी भाजपा सचिव जिज्ञेश पटेल, दाभेल ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच चंचलबेन डाह्याभाई पटेल एवं घेलवाड ग्राम पंचायत सरपंच हिताक्षी पटेल, उनकी दोनों पुत्री स्मीरा जिज्ञेश पटेल और प्रांशी जिज्ञेश पटेल दीप प्रज्जवलन में शामिल होकर भगवान शिव की पूजा एवं आराधाना की। श्री सोमनाथ महादेव मंदिर के आचार्य श्री भार्गव भट्ट ने पूरे विधि विधान से पूजा कराई। इस शिवलिंग पूजा में केयूर, अर्पण, केवल, पार्थ, निलेश, कार्तिक, भावेश, विशु, प्रजेश एवं पिनल सहित के युवाओं ने पूरा सहयोग दिया। मंदिर के आचार्य श्री भार्गव भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्गशीर्ष माह की आद्र्रा नक्षत्र को भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी के समक्ष भगवान शिव पहली बार शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे। उस ज्योतिर्मय शिवलिंग का कोई और छोर नहीं था। दोनों को शिव का महत्व पता चला, तब भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी ने शिवलिंग की पहली बार पूजा की। मार्गशीर्ष माह आद्र्रा नक्षत्र में शिव मंदिर में भगवान भोलेनाथ के लिए 11, 21, 51,108 या 1111 दीप जलाने का अत्यधिक महत्व है। ऐसा करने से शिवलिंग की पूजा करने वाले व्यक्ति को 1000 महाशिवरात्रि का पुण्य प्राप्त होता है। इसी के तहत दाभेल के युवाओं द्वारा सोमनाथ महादेव मंदिर में 1111 दीप प्रज्जवलित करके शिवलिंग की पूजा की गई।