असली आजादी न्यूज नेटवर्क, दमण 13 जुलाई। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रति तीन वर्षों में राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा सर्वेक्षण किया जाता है। इससे पूर्व 2021 में कक्षा 3, 5 , 8 और 10 के लिए राष्ट्रीय शिक्षा सर्वेक्षण किया गया था। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा परख, एनसीईआरटी और सीबीएसई के सहयोग से देश के 36 राज्यों एवं संघ प्रदेशों में 4 दिसंबर 2024 को परख राष्ट्रीय शिक्षा सर्वेक्षण का आयोजन किया गया था। जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर कक्षा 3, 6 और 9 के 23 लाख से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया। जिसमें संघ प्रदेश दादरा नगर हवेली से भी 212 विद्यालयों के 5861 छात्रों का सर्वेक्षण हुआ। भारत सरकार, शिक्षा मंत्रालय द्वारा 2 जुलाई 2025 को आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 का परिणाम घोषित हुआ। संघ प्रदेश दादरा और नगर हवेली तथा दमण और दीव ने ऐतिहासिक 25 स्थानों की वृद्धि के साथ राष्ट्रीय स्तर पर औसतन पांचवा क्रमांक प्राप्त कर प्रदेश का गौरव बढ़ाया था। अब भारत सरकार द्वारा परख सर्वेक्षण का जिला रैंकिंग घोषित किया गया है। भारत के 781 जिलों में से दीव अब टॉप 10 में शामिल हुआ है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (ठअर) एवं ढअफअङऌ जिला रैंकिंग 2024 के परिणाम संघ प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली तथा दमण और दीव के लिए अत्यंत गौरव का विषय हैं। दीव जिला ने देश के शीर्ष 10 उच्च प्रदर्शन करने वाले जिलों में अपना स्थान सुरक्षित किया है। वहीं दमण जिला भारत के टॉप 50 जिलों में शामिल हुआ है। यह उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 के राष्ट्रीय शिक्षा सर्वेक्षण (ठअर) में दीव जिला देश के अंतिम 10 जिलों में था। मात्र कुछ वर्षों में आज दीव ने भारत के टॉप 10 जिलों में स्थान प्राप्त कर न केवल संघ प्रदेश की प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया है, बल्कि यह परिवर्तन प्रशासक प्रफुल पटेल के शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर किए गए सफल प्रयासों का सशक्त प्रमाण भी है, जिसे अब राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई है। जिलावार एवं कक्षावार रैंकिंग विवरण दीव जिला रैंकिंग कक्षा 3 : रैंक #4, कक्षा 6 : रैंक #1, कक्षा 9 : रैंक #6, दमण जिला रैंकिंग कक्षा 3 : रैंक #45, कक्षा 6 : रैंक #24, कक्षा 9 : रैंक #34 शामिल हैं। दीव जिला ने कक्षा 6 में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त कर ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है। यह सफलता दर्शाती है कि जब नीति, नेतृत्व और समर्पित क्रियान्वयन एक साथ मिलते हैं, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। यह उपलब्धि शिक्षकों की प्रतिबद्धता, विद्यार्थियों की लगन तथा अभिभावकों के सहयोग की भी सशक्त अभिव्यक्ति है। इस सफलता के प्रमुख घटक में नीतिगत नवाचार, निरंतर मॉनिटरिंग एवं अकादमिक सहयोग, शिक्षकों का क्षमता निर्माण, डिजिटल संसाधनों और शिक्षण विधियों का सशक्त उपयोग, प्रशासनिक प्रतिबद्धता एवं नेतृत्व मुख्य है। संघ प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र को गुणवत्ता, समावेशिता और नवाचार की दिशा में निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान करेगी।