असली आजादी न्यूज नेटवर्क, दमण 19 जून। मानसून की गुजरात, महाराष्ट्र एंट्री और बेटिंग के बाद दादरा नगर हवेली और गुजरात के बोर्डर पर स्थित मधुबन डेम से दमणगंगा नदी में पानी छोडने का सिलसिला शुरू हो गया है। आज मधुबन डेम से 1 लाख क्यूसेक पानी दमणगंगा नदी में छोडा गया था। दोपहर के 3 बजे के आसपास दमणगंगा नदी में छोडा गया पानी कुछ घंटों के बाद दमण तट-अरब सागर में पहुंचा था। बरसाती पानी के साथ पेडों के पते और डालियां बडी मात्रा में पानी के साथ बहकर आते दिखे थे। यहां बताना जरुरी है कि पिछले कुछ दशक से दमण के लिए मानसून, मधुबन डेम, दमणगंगा नदी और अरब सागर की हाई टाइड का संगम हमेशा के लिए संकट पैदा करता आया है। 2004 में मधुबन डेम से छोडे गये पानी, तेज बारिश, अरब सागर में हाई टाइड एक साथ होने के कारण दमण को बाढ का सामना करना पडा था। जिसमें नागरिकों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ था। हालांकि इस घटना से सबक लेते हुए प्रशासन ने डिजास्टर मैनेजमेंट के जरिए ऐसी व्यवस्था तैयार की जिसमें मधुबन डेम द्वारा छोडा गया पानी दमण पहुंचे उस वक्त हाई टाइड ना हो। प्रशासन और मधुबन डेम ऑथोरिटी के बीच में इसी तरह का संकलन पूरे मानसून में बनाये रखा जाता है। खैर हमारे प्रदेश के लिए 1-2 लाख क्यूसेक पानी मधुबन डेम से छोडे जाने से कोई फर्क नहीं पडता है क्योंकि पूर्व के वषार्ें में एक साथ 3-4 लाख क्यूसेक पानी भी छोडा जा चुका है। सिर्फ अरब सागर में उस वक्त हाई टाइड नहीं होनी चाहिए।